प्रेस रिलीज़
प्रतिरोध का सिनेमा अभियान का पहला बलिया फिल्म फेस्टिवल
प्रतिरोध का सिनेमा अभियान का पहला बलिया फिल्म फेस्टिवल
मित्रों,
2006 से जन संस्कृति मंच द्वारा आयोजित प्रतिरोध का सिनेमा अभियान का उन्नीसवां और बलिया का पहला प्रतिरोध का सिनेमा फिल्म फेस्टिवल आगामी 10 और 11 सितम्बर को बलिया के बापू भवन टाउन हाल में सुबह 10 बजे से होगा. यह हाल बलिया रेलवे स्टेशन के बहुत नजदीक है. जल्द ही हम अपने ब्लॉग www.gorakhpurfilmfestival.blogspot.com पर कार्यक्रम का विस्तृत ब्योरा देंगे.
इस फेस्टिवल में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के वृत्त चित्र, लघु फिल्म और फीचर फिल्म के अलावा संकल्प, बलिया द्वारा भिखारी ठाकुर के प्रसिद्ध नाटक बिदेशिया का मंचन, गोरख पाण्डेय की कविता पोस्टरों और जन चेतना के चितेरे के नाम से प्रगतिशील चित्रकार चित्त प्रसाद, जैनुल आबेदीन और सोमनाथ होड़ के प्रतिनिधि चित्रों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जायेगी. फिल्म फेस्टिवल में प्रमुख भारतीय फिल्मकारों के शामिल होने की भी संभावना है.
प्रतिरोध के सिनेमा अभियान के दूसरे फिल्म फेस्टिवलों की तरह यह फेस्टिवल भी बिना किसी सरकारी, गैर सरकारी और एन जी ओ स्पांसरशिप के आयोजित किया जा रहा है . प्रतिरोध की संस्कृति के इच्छुक ईमानदार सामन्य जन ही इसके स्पांसर है. इसलिए आपसे अनुरोध है कि इस आयोजन में हर तरह से शामिल होकर प्रतिरोध का सिनेमा अभियान को सफल और मजबूत बनाएँ. इस पूरे आयोजन में प्रवेश निशुल्क है और किसी भी प्रकार के औपचारिक निमंत्रण की जरुरत नही है.
2006 से जन संस्कृति मंच द्वारा आयोजित प्रतिरोध का सिनेमा अभियान का उन्नीसवां और बलिया का पहला प्रतिरोध का सिनेमा फिल्म फेस्टिवल आगामी 10 और 11 सितम्बर को बलिया के बापू भवन टाउन हाल में सुबह 10 बजे से होगा. यह हाल बलिया रेलवे स्टेशन के बहुत नजदीक है. जल्द ही हम अपने ब्लॉग www.gorakhpurfilmfestival.blogspot.com पर कार्यक्रम का विस्तृत ब्योरा देंगे.
इस फेस्टिवल में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के वृत्त चित्र, लघु फिल्म और फीचर फिल्म के अलावा संकल्प, बलिया द्वारा भिखारी ठाकुर के प्रसिद्ध नाटक बिदेशिया का मंचन, गोरख पाण्डेय की कविता पोस्टरों और जन चेतना के चितेरे के नाम से प्रगतिशील चित्रकार चित्त प्रसाद, जैनुल आबेदीन और सोमनाथ होड़ के प्रतिनिधि चित्रों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जायेगी. फिल्म फेस्टिवल में प्रमुख भारतीय फिल्मकारों के शामिल होने की भी संभावना है.
प्रतिरोध के सिनेमा अभियान के दूसरे फिल्म फेस्टिवलों की तरह यह फेस्टिवल भी बिना किसी सरकारी, गैर सरकारी और एन जी ओ स्पांसरशिप के आयोजित किया जा रहा है . प्रतिरोध की संस्कृति के इच्छुक ईमानदार सामन्य जन ही इसके स्पांसर है. इसलिए आपसे अनुरोध है कि इस आयोजन में हर तरह से शामिल होकर प्रतिरोध का सिनेमा अभियान को सफल और मजबूत बनाएँ. इस पूरे आयोजन में प्रवेश निशुल्क है और किसी भी प्रकार के औपचारिक निमंत्रण की जरुरत नही है.
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